15.6 C
Bareilly
Wednesday, January 1, 2025
spot_img

एक ही परिवार को सब्सिडी देने वाले भ्रष्ट बाबू पर इतनी मेहरबानी क्यों …

पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने कृषि विभाग के अफसरों की भूमिका पर उठाए सवाल , डीएम को सौंपा पत्र


बरेली। कृषि विभाग में लंबे समय से व्याप्त भ्रष्टाचार का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। दो भ्रष्ट बाबू को बचाने में कृषि विभाग के अफसरों ने हद दर्जे तक बेशर्मी ओढ़ ली । प्रशासनिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद भी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे दो बाबुओं को बचाने के लिए कृषि विभाग के बड़े अफसरों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी। कृषि विभाग में अफसरों ने तगड़ी सांठगांठ के चलते बाबुओं को जांच में बार बार दोषमुक्त करार दिया।

फिलहाल तो कृषि विभाग के अफसरों की दोनो बाबुओं पर असीम कृपा का बरसना अब भी जारी है। इस गठजोड़ के नासूर बनने से पहले पूर्व ब्लॉक प्रमुख आदेश सिंह यादव ने कृषि विभाग को कटघरे मे खड़ा करते हुए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार को पत्र लिखा है। इसमें कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं में सब्सिडी में करोड़ों रुपए का गोलमाल करने के दोषी बाबू पर कार्रवाई की मांग की गईं है । पूर्व ब्लॉक प्रमुख आदेश सिंह यादव द्वारा डीएम को सौंपे पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार की कृषि यंत्रीकरण, आत्मा और किसान पाठशाला जैसी योजनाओं का काम दो दशक से एक ही बाबू देख रहा था। कृषि विभाग के इस बाबू का शासन स्तर पर गोरखपुर ट्रांसफर किया गया। मगर, ताकतवर बाबू ने अपना ट्रांसफर न केवल रुकवा लिया बल्कि कृषि विभाग के बिलवा स्थित दूसरे कार्यालय में तबादला कराकर अफसरों और किसानों की नाक में दम कर दिया।

पूर्व ब्लाक प्रमुख के अनुसार बहेड़ी विधायक अताउर रहमान की शिकायत पर तत्कालीन मनरेगा समन्वयक गंगाराम की अध्यक्षता में एसडीएम बहेड़ी की कमेटी ने पूरे मामले की जांच की। इस जांच में कृषि विभाग के भ्रष्ट बाबू को अनियमितताओं का दोषी भी पाया गया। जांच रिपोर्ट में बाबू पर कार्रवाई के लिए कृषि विभाग के बरेली स्थित एक अफसर को लिखा गया। अपर निदेशक कृषि ने भी जुलाई 2023 में शासन को पत्र लिखकर भ्रष्ट बाबू पर कार्रवाई करने की संस्तुति की । इसके बावजूद भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे बाबू ने सारे अनुमानों को ध्वस्त कर दिया और अपना तबादला कृषि विभाग के ही एक दूसरे ऑफिस में पड़ोस में ही कर लिया। लिखा पढ़ी में पटल से रिलीव होने के बाद भी यही भ्रष्ट बाबू कृषि यंत्रीकरण आत्मा योजना किसान पाठशाला समेत राज्य और केंद्र सरकार की किसानों के हित में चलाई गई योजनाओं का पटल देख रहा है। कृषि विभाग के भ्रष्ट बाबू ने बहेड़ी नवाबगंज में किसानों को मिलने वाली सब्सिडी का फायदा पति पत्नी और दो सगे भाइयों को देकर सरकारी सब्सिडी में भारी गोलमाल कर लिया। कृषि यंत्रीकरण के तहत आत्मा योजना की सब्सिडी पाने वाले किसानों के खाते एक साथ सहकारी बैंक में खुलवाए गए। सब्सिडी मिलने के बाद प्रभाव से बंद कर दिए गए। 15 ब्लॉकों के किसानों को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी का फायदा सिर्फ दो ब्लॉकों में देकर करोड़ों रुपए का गोलमाल कर लिया गया।

प्रशासनिक जांच में भी इन अनियमिताओं की पुष्टि हुई। सीडीओ की तरफ से कृषि विभाग के बड़े अफसर को भ्रष्ट बाबू पर कार्रवाई के लिए लिखा गया। अपर निदेशक कृषि ने शासन में भ्रष्ट बाबू पर कार्रवाई की संस्तुति भी की। लेकिन यह सारी कवायत बेकार साबित हुई। पूर्व ब्लाक प्रमुख ने अब जिला अधिकारी रविंद्र कुमार को शिकायती पत्र देकर कृषि विभाग के भ्रष्ट बाबुओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने कहा कि किसानों को मिलने वाली सब्सिडी में लगातार घपला हो रहा है। प्रशासनिक जांच में बाबू कदाचार के दोषी पाए जा चुके हैं। फिर भी इनको कोई दंड नहीं मिला।आखिरकार कृषि विभाग के अफसर इन भ्रष्ट बाबू को क्यों बचा रहे हैं।

Related Articles

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles