कथा में वामन के विश्वरूप का वर्णन किया
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। हरिवंशपुराण की कथा के आठवें दिन रविवार को कथा व्यास प्रो. सुधाकराचार्य त्रिपाठी ने वामन के विश्वरूप का वर्णन किया। वामन और बलि के वृत्तान्त को प्रस्तुत किया। बलि की विशेषता को बताया।
वामन ने बलि को पाताल का शासन प्रदान किया और नारद के द्वारा बन्धनमुक्त कराया। श्री त्रिपाठी ने मोक्षविंशक स्तोत्र का उल्लेख किया। रुक्मिणि ने कृष्ण से पुत्रप्राप्ति की कामना की। उसके लिए कृष्ण तप हेतु कैलास पर्वत पर गए। वहाँ शिव ने कृष्ण की स्तुति की। कथा में श्रीकृष्ण और पौण्ड्रक के युद्ध, हंस और डिम्भक द्वारा दुर्वासा का उपहास किया जाना, दुर्वासा का कृष्ण से शिकायत करना आदि प्रसंगों का भी वर्णन किया। सोमवार को कथा की समाप्ति होगी।