गंगा एक्सप्रेस-वे के अंडरपास के गड्ढे में भरे पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत
बदायूं। मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेस वे के अंडरपास के गड्ढों में भरा पानी मौत का कारण बन रहा है। शनिवार को भी गंगा एक्सप्रेस वे के पास खोदे गए गड्ढे में भरे पानी में डूबकर दो बच्चों की मौत हो गई। दोनों बच्चों पैर धोने के लिए गड्ढे के पास गए थे। शव देखते ही एक बच्चे के पिता को हार्टअटैक पड़ गया। परिजन और ग्रामीणों ने हंगामा किया। अंडरपास का निर्माण करा रहे ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसडीएम और सीओ बिसौली मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया। परिवार में कोहराम मचा है।
दरअसल, थाना उघैती क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य चल रहा है। पास के गांव ऐपुरा निवासी तसब्बर का बेटा फुरकान (13), शफी मोहम्मद का बेटा आमीन (14) और आमीन की बहन फूल चमन शनिवार की सुबह खेत में धान की पौध की रोपाई करने गए थे। खेत में पानी कम था। जिसके चलते तीनों बच्चे वापस अपने घर जा रहे थे। उनके पैर में कीचड़ लग गई थी। तीनों बच्चे गांव से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर गंगा एक्सप्रेस-वे के पास बन रहे अंडरपास के पास पहुंचे। जहां गहरे गड्ढों में पानी भरा था। फुरकान और आमीन गड्ढे किनारे बैठकर पैर धोने लगे। वह फिसलकर गड्ढे में गिर गए। फूल चमन चिल्लाने लगी। वहां से गुजर रहे गांव निवासी बंगाली डॉक्टर ने गड्ढे में छलांग लगा दी। फुरकान को बाहर निकाल लिया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
बच्चों की मौत के बाद मीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। गंगा एक्सप्रेस-वे पर काम कर रही मशीन मंगवाई गई। तकरीबन एक घंटे के बाद आमीन का शव भी बरामद हो गया। ग्रामीणों और परिजनों की पुलिस से नोकझोंक हुई। वह अंडरपास का निर्माण करा रहे ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। ठेकेदार को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे। थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने। सूचना मिलने पर एसडीएम विजय कुमार मिश्रा और सीओ बिसौली पवन कुमार मौके पर पहुंचे। ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देने पर ग्रामीण माने। पुलिस दोनों शव को अपनी गाड़ी से ले जाकर पोस्टमार्टम कराया। परिजनों ने ठेकेदार के खिलाफ तहरीर दी है।
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