रोडवेज बस की तरह रंग कराकर यात्रियों को भ्रमित कर रही हैं प्राइवेट बसें
उझानी पुलिस ने दिल्ली तक चलने वाली तीन प्राइवेट बसें सीज, चालक-परिचालक गिरफ्तार
बदायूं : लोग रोडवेज बसों से यात्रा करने में सुरक्षित महसूस करते हैं। प्राइवेट बस संचालक इसका फायदा उठाने लगे हैं। अपनी प्राइवेट बसों को रोडवेज बस का रूप देकर यात्रियों को भ्रमित करते हैं। कोतवाली उझानी पुलिस ने यात्रियों को भ्रमित करने वाली तीन प्राइवेट बसों को सीज किया है। इस बसों पर रोडवेज बस का रंग और लोगो लगाया गया था। दिल्ली तक संचालित की जा रही थी। बसों के तीन मालिकों समेत नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
कोतवाली उझानी के उपनिरीक्षक हरगोविंद, सिपाही अंशुल सिसोदिया, ओमप्रकाश, रविकांत के साथ मंगलवार सुबह लगभग साढ़े 10 बजे कल्याण सिंह चौराहे पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान बदायूं की ओर से रोडवेज बस की तरह दिखने वाली तीन प्राइवेट बसें आती दिखाई दी। पहले तो पुलिस को तीनों के परिवहन निगम से अनुबंधित होने की आशंका हुई। संदेह हुआ तो रोककर बसें चेक की। बसों के परिचालकों से कागज मांगे। वह कागज नहीं दिखा सके।
तीनों बसों के चालक और परिचालकों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि यात्रियों को रोडवेज बस जैसा दिखाने के लिए बसों को इस प्रकार से बनवाया है। जिससे यात्री दिल्ली रूट के लिए आसानी से बैठ जाते हैं। पुलिस तीनों बसों के चालक और परिचालक जिला बुलंदशहर के थाना खानपुर क्षेत्र के मोहल्ला नेकजन दरवाजा निवासी मासाअल्ला पुत्र अब्दुल वहीद खान, जिला गाजियाबाद के थाना भोजपुर क्षेत्र के मोहल्ला इसहाक नगर निवासी इस्तकार पुत्र कलवा, जिला अलीगढ़ के थाना जवा क्षेत्र के गांव बरोली निवासी आशीष पुत्र हरप्रसाद, जिला बुलंदशहर के थाना अहमद गढ़ निवासी उमेश कुमार पुत्र रतन सिंह, जिला हापुड़ के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव चक सेनपुर निवासी भारत सिंह पुत्र धर्मसिंह, जिला गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र निवासी मंजीत सिंह पुत्र विनोद कुमार को हिरासत में ले लिया।
बसों के मालिक बदायूं के जरीफनगर निवासी चेतन कुमार पुत्र राजाराम, गाजियाबाद के थाना मुरादनगर क्षेत्र निवासी कुमुद पत्नी अरविंद कुमार और अलीगढ़ के थाना मझोला क्षेत्र निवासी उमेश चंद मावी पुत्र हरीश चंद्र मावी हैं। उपनिरीक्षक हरगोविंद की तहरीर पर पुलिस ने तीनों बसों के छह चालक-परिचालक और तीन बस मालिकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। उझानी कोतवाल मनोज कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करने के बाद चालक और परिचालकों को जेल भेजा गया है।