उन्नाव। जनपद में प्रमुख मार्ग खस्ताहाल सड़कों में तब्दील हो गए हैं। इन सड़कों पर आवागमन मुश्किल और खतरनाक साबित हो रहा है। इन प्रमुख सड़कों में बिलग्राम-उन्नाव-इलाहाबाद राजमार्ग, परियर संडीला मार्ग की हालत खस्ताहाल है। आलम यह है कि मरम्मत के अभाव में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इस पर आवागमन करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों की मानें तो कई बार अधिकारियों से मार्ग की मरम्मत कराने की गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन अबतक मरम्मत नहीं हो सकी है। इसका खामियाजा राहगीर उठाने को मजबूर हैं। बिलग्राम उन्नाव राजमार्ग क्षेत्र के फतेहपुर चौरासी से होकर गुजरा है। करीब 95 किमी लंबे इस राजमार्ग की हालत मरम्मत के अभाव में खस्ताहाल हो चुकी है। राजमार्ग के कब्बा खेड़ा, दोस्तीनगर, बौनामऊ, रऊ, चकलवंशी, सफीपुर, हफीजाबाद और बांगरमऊ के बीच की करीब चालीस किमी सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हो गए हैं। वहीं परियर से संडीला जाने वाले मार्ग पर पड़ने वाले पावा, चकलवशी, मिर्जापुर,रसूलाबाद से मियागंज जाने वाला सबसे ज्यादा सड़क मार्ग जर्जर और बड़े गड्डो में तब्दील हो गया है। आलम यह है कि मार्ग के मुख्य चौराहों में से एक काली चौराहा पर भी बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इसके चलते लोग हिचकोले भरा सफर करने को मजबूर हैं। कई बार गड्ढों से निकली गिट्टी वाहनों के टायरों से उछलकर लोगों को घायल कर देती हैं। वहीं रात के अंधेरे में गड्ढों की चपेट में आकर अक्सर बड़ो हादसों का शिकार हो जाते हैं। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि इस मार्ग के जरिए रोजाना आसपड़ोस के एक सैकड़ा गांव के हजारो लोग यात्रा करते हैं। इसी मार्ग के जरिए अधिकारियों का भी तहसील आना जाना लगा रहता है। इसके बावजूद अधिकारियों ने मार्ग की मरम्मत कराने की सुध नहीं ली है। लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड अधिशाषी अभियंता सुबोध कुमार ने बताया कि जनपद में मार्ग को गड्ढा मुक्त करने के लिए सर्वे किया गया था। जिसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी गई है। शासन द्वारा बजट जारी होने के बाद मार्ग की मरम्मत कराई जाएगी