दोस्त की तरह पौधों का ख्याल: सरबजीत कपूर
-“मुस्लिम बच्चों का घर” में पर्यावरण सुरक्षा, पौधारोपण और वितरण के महत्व को समझाया
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। खैर नगर स्थित मदरसा “मुस्लिम बच्चों का घर” में पर्यावरण सुरक्षा, पौधारोपण और वितरण के महत्व को समझाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर संस्थान के सरपरस्त कारी शफीक उर रहमान कासमी, राष्ट्रपति पदक से अलंकृत सरबजीत सिंह कपूर, डॉ. मेजर हिमांशु, डॉ. शुएब और सैयद अनस सब्जवारी ने बच्चों को सरल भाषा में स्वच्छ वातावरण, पौधारोपण और इसके महत्व के बारे में जानकारी दी। कारी शफीक ने पौधारोपण को सदका-ए-जारिया बताया, जबकि सरबजीत सिंह कपूर ने पौधों को बच्चों का दोस्त और सहेली बताते हुए अपने दोस्तों का ध्यान रखने की सलाह दी। डॉ. मेजर हिमांशु ने कहा कि हरित भारत बनाने के लिए घर-घर पौधों और पेड़ों का लगाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बिना पेड़ों के न केवल वर्षा संभव नहीं है, बल्कि जल आपूर्ति भी प्रभावित होती है, जो आजकल के जल संकट का समाधान पौधारोपण और वितरण ही है।
पानी के व्यापार ने सिस्टम बिगाड़ा
संस्थान के सचिव सैयद अनस सब्जवारी ने बताया कि प्रकृति ने हमें स्वच्छ जल, हवा और धूप मुफ्त में दिया है, जबकि आजकल स्वच्छ जल का व्यापार कर पूरे सिस्टम को बिगाड़ दिया गया है। इसे सुधारने की आवश्यकता है।
पौधों को लगाने पर दिया जोर
कार्यक्रम में हकीम हाशिम अजीम ने बीमारी में शिफा देने वाले पौधों को लगाने पर जोर दिया। डॉ. अब्दुल माजिद ने कहा कि पेड़ जीवन की तरह हैं, जिस तरह पैर हमारे लिए जीवन का कार्य करते हैं, हमें भी उनके लिए चिंतनशील रूप से काम करना चाहिए।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर संस्थान के जिम्मेदार लोग डॉ. माजिद, एडवोकेट रियासत अकी, नजीर अहमद, शादाब यामीन, इकराम अहमद, हकीम जी, मौलवी रघिब, हाफिज सुब्हान, मौलाना सलमा, जमियत से शिराज, अमीर साहब, अरीब और अन्य क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
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