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एक लाख का था इनामी, 1 करोड़ 35 लाख की हुई थी डकैती…
उन्नाव। सुल्तानपुर डकैती के आरोपी अनुज प्रताप सिंह और उसके साथी के साथ लखनऊ की एसटीएफ की टीम की मुठभेड़ उन्नाव के अचलगंज थाना क्षेत्र में उन्नाव-रायबरेली हाईवे से पांच सौ मीटर दूर अचलगंज-कोल्हुआ मार्ग पर सोमवार तड़के सुबह करीब चार बजे हुई। गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। जबकि दूसरा भागने में कामयाब रहा। घायल बदमाश को प्राथमिक उपचार के लिए 108 एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। यहां से उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बदमाश की पहचान अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले अनुज प्रताप सिंह पुत्र धर्मराज सिंह के रूप में हुई है। जिस स्थान पर एनकाउंटर हुआ उसे सील कर दिया गया है फोरेंसिक जांच कर रही है। अपर पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ एवं कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने बताया कि उन्नाव के अचलगंज थाना इलाके में सुल्तानपुर में भारत ज्वैलर्स के यहां हुई डकैती से जुड़े बदमाशों की एसटीएफ की टीम ने मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हो गया, जबकि दूसरा भागने में सफल रहा। अमेठी जिले के जनापुर गांव निवासी अनुज प्रताप सिंह को एंबुलेंस से प्राथमिक उपचार के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने अनुज प्रताप सिंह को मृत घोषित कर दिया। एएसपी उत्तरी अखिलेश सिंह ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में लुटेरे की मौत हुई है। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया गया है। बिना नंबर की बाइक भी बरामद की गई है। फोरेंसिक टीम और अचलगंज पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। सुल्तानपुर के ठठेरी बाजार में 28 अगस्त को सर्राफ भरत जी सोनी की दुकान पर हुई डकैती के मामले में अनुज प्रताप सिंह, जो अमेठी के मोहनगंज थाने के जनापुर का निवासी था, को अचलगंज के कोलुहागाड़ा के पास आज तड़के 4 बजे मुठभेड़ में मारा गया। इस दौरान उन्नाव एसपी दीपक भूकर, एएसपी अखिलेश सिंह और सीओ ऋषिकांत शुक्ल भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मुठभेड़ वाली जगह को सील कर दिया है। इस डकैती में तीन आरोपित मुठभेड़ में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। गिरोह के सरगना विपिन सिंह ने रायबरेली न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।