बरेली। कड़ाके की सर्दी में जब गलन और ठंड ने जनजीवन को मुश्किल बना दिया है, ऐसे में वरिष्ठ समाजसेवी संजीव गुप्ता और उनके बेटे विष्णु गुप्ता ने जरूरतमंदों के लिए राहत भरा कदम उठाया। पिता-पुत्र की इस जोड़ी ने रात के समय खुले आसमान के नीचे ठंड से जूझ रहे गरीबों और बेघर लोगों को 100 कंबल बांटे। उनके इस नेक कार्य ने कई लोगों को ठंड से बचने का सहारा दिया।
जरूरतमंदों की मदद में हमेशा तत्पर रहते हैं संजीव गुप्ता
संजीव गुप्ता बरेली में समाजसेवा के लिए जाने जाते हैं। चाहे कुष्ठ रोगियों की सेवा हो या जरूरतमंदों की मदद, वे हर बार आगे रहते हैं। उनका मानना है कि गरीबों और वंचितों की सेवा ही सच्चा धर्म है। उनके बेटे विष्णु गुप्ता भी इसी सेवा भावना से प्रेरित होकर पिता के साथ मिलकर समाजसेवा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
रात 2 बजे निकले जरूरतमंदों की मदद के लिए
ठंड से परेशान लोगों की मदद के लिए विष्णु गुप्ता और संजीव गुप्ता ने रात 2 बजे घर से निकलकर शहर के प्रमुख क्षेत्रों का दौरा किया। अयूब खां चौराहा, बटलर प्लाजा, रेलवे स्टेशन रोड और सैटेलाइट बस अड्डे जैसे स्थानों पर जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए गए।
सर्द रातों में राहत की किरण
इस पहल से ठंड में कांप रहे गरीब और बेसहारा लोगों को बड़ी राहत मिली। उनके चेहरों पर संतोष और कृतज्ञता साफ दिखाई दी। इस दौरान संजीव गुप्ता ने कहा, “हमारा कर्तव्य है कि हम उन लोगों की मदद करें, जिन्हें हमारी सबसे ज्यादा जरूरत है। ठंड में कोई भी बिना सहारे न रहे, यही हमारी कोशिश है।”
विष्णु गुप्ता अपने पिता के सेवा भाव से प्रेरित विष्णु गुप्ता भी समाजसेवा में सक्रिय हैं। उन्होंने कहा, “पिताजी हमेशा से दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। मैं उनकी इसी भावना से प्रेरित होकर इस काम में उनका साथ दे रहा हूं।”
संजीव गुप्ता और विष्णु गुप्ता के इस प्रयास की सराहना शहर के सामाजिक संगठनों और स्थानीय निवासियों ने की। उनका कहना है कि इस तरह की पहल से समाज में एक सकारात्मक संदेश जाता है और दूसरों को भी प्रेरणा मिलती है। संजीव गुप्ता और विष्णु गुप्ता का यह कार्य न केवल जरूरतमंदों को ठंड से राहत देता है, बल्कि समाजसेवा के महत्व को भी दर्शाता है। उनके इस नेक कार्य ने मानवता की सेवा का एक मिसाल पेश की है।