एनडीए से जुड़कर सिद्धांत और विचारधारा नहीं बदलेगी रालोद: मनीषा अहलावत
एनडीए से जुड़कर सिद्धांत और विचारधारा नहीं बदलेगी रालोद: मनीषा अहलावत
-रालोद पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता और कैंट विधानसभा से प्रत्याशी रहीं मनीषा अहलावत से विशेष बातचीत
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। विपक्ष में रहकर हम अल्पंसख्यकों, युवाओं और किसानों की आवाज नहीं उठा पा रहे थे। लड़ाई नहीं लड़ी जा रही थी, कार्यकर्ता हाशिए पर थे। काफी समय से पार्टी सत्ता से बाहर है, इसका असर कार्यकर्ताओं पर भी पड़ रहा था। रालोद का विलय नहीं हो रहा, बल्कि एनडीए से गठबंधन कर रहा है। उक्त बातें विशेष बातचीत के दौरान रालोद पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता और कैंट विधानसभा से पार्टी प्रत्याशी रहीं मनीषा अहलावत ने कहीं।
उन्होंने कहा कि रालोद भाजपा के साथ नहीं जा रहा, बल्कि एनडीए से गठबंधन कर रहा है। एनडीए के साथ और भी पार्टियां जुड़ी हुई हैं। वह सबसे बड़ा दल है, जिसके साथ हम जुड़ रहे हैं, हालांकि अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है और न ही इसकी घोषणा की गई है। एक सप्ताह बाद सब साफ हो जाएगा। रालोद नेत्री ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को अभी भारत रत्न से नवाजा गया है, जिसकी खुशी हम लोग मना रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है। इससे ये तय है कि अगले कुछ दिनों में यह सुनने को मिल जाएगा कि रालोद और एनडीए का गठबंधन हो गया है।
सत्ता में आए तो कराएंगे लोगों के काम
एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि एनडीए के साथ जुड़ने से पार्टी के सिद्धांत और विचारधारा को नहीं बदला जाएगा। क्योंकि रालोद का विलय नहीं हो रहा, सत्ता में न होने से हमारे लोगों के काम नहीं हो रहे थे। हम लोग सत्ता में आएंगे, तभी तो लोगों के काम कराएंगे।
मुस्लिमों के साथ नहीं होने देंगे अन्याय
राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीषा अहलावत ने कहा, अल्पसंख्यक, युवा और किसानों के काम तभी होंगे, जब सरकार में रहेंगे। मेरा मानना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने जो निर्णय लिया है, वह इसीलिए लिया है ताकि पार्टी से जुड़े लोगों के काम करवाए जा सके। पार्टी के साथ जो मुस्लिम है, उनकी आवाज को भी प्रमुखता से उठाया जाएगा।
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