ऑडिट रिपोर्ट में हुआ खुलासा….
उन्नाव। विकास खंड मियागंज की ग्राम पंचायत मियागंज से निकल कर एक और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जहाँ बीते माह ऑडिट में निकली एक रिपोर्ट में बिना किसी कार्य के व ऑडिट कराए लगभग 98 लाख रुपये प्रिया सॉफ्ट के माध्यम से धन आहरित कर बंदर बांट का मामला सामने आया है।
जिसमे ऑडिट में बताया गया कि गबन के 98 लाख रुपये की रिकवरी सम्बन्धित प्रधान व सचिव से की जाएगी। मामला है मियांगंज विकास खण्ड की ग्राम पंचायत मियांगंज का जहाँ वित्तीय वर्ष 2010-11 में 525084, वित्तीय वर्ष 2011-12 में 1086375, वित्तीय वर्ष 2012-13 में 1590139, वित्तीय वर्ष 2013-14 में 2570564, वित्तीय वर्ष 2014-15 में 2378277 व वित्तीय वर्ष 2015-16 में 1545405 रुपये कुल 9795845 रुपये प्रिया सॉफ्ट के माध्यम से बिना विकास कार्य कराए ही खाते से निकाल कर आपस में बंदर बांट कर लिया।
घोटाला तो तब खुला जब बीते माह आई एक ऑडिट रिपोर्ट में पता चला कि ग्राम पंचायत मियागंज में बिना निर्माण कार्य कराए व ऑडिट किये बिना ही 2010 से 2016 के बीच के वित्तीय वर्षो में लगभग 98 लाख का आहरण कर भ्रष्टाचार किया गया। ऑडिट रिपोर्ट में बताया कि आहरित हुई धनराशि को गबन मानकर तत्कालीन प्रधान अमिता अवस्थी व सचिव निर्मल मिश्रा से ब्याज समेत वसूली की जाएगी।
क्या बोले अधिकारी……
जिला पंचायत राज अधिकारी शाश्वत आनंद ने बताया कि मामले का पत्र हमें प्राप्त हुआ है, मामला पुराना है, और यह एक ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर बताया गया है, जबकी कोई जांच नही हुई है। पत्र के आधार पर एक जाँच कराएंगे। अगर कोई भ्रष्टाचार या गबन होता है तो सचिव व प्रधान से ब्याज समेत वसूली की जाएगी।