लोकतंत्र भास्कर
नोएडा। पीडब्लू स्किल्स, फिजिक्सवाला (पीडब्लू) का अपस्किलिंग वर्टिकल ने भारत के 5 शहरों नोएडा, इंदौर, लखनऊ, पटना और दिल्ली में स्कूल ऑफ़ हेल्थ केयर की शुरुआत की घोषणा की है। यह पहल भारत के हेल्थ केयर क्षेत्र की बढ़ती मांग के जवाब में आई है, जो 2016 से 22% की CAGR से बढ़ रही है और वर्तमान में सीधे तौर पर 4.7 मिलियन प्रोफेशनल्स को रोजगार दे रही है। स्कूल ऑफ़ हेल्थ केयर का उद्देश्य कुशल स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को दूर करना है।
आशीष शर्मा (मुख्य व्यवसाय अधिकारी, पीडब्लू) ने कहा, “भारत का हेल्थ केयर क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, फिर भी हमारे 65 लाख सहायक स्वास्थ्य प्रोफेशनल्स में से केवल 15% ही व्यावसायिक रूप से प्रशिक्षित हैं। इस महत्वपूर्ण गैप से उच्च गुणवत्ता वाली किफायती शिक्षा की तत्काल आवश्यकता का पता चलता है। हमारे स्कूल ऑफ़ हेल्थ केयर की शुरुआत के साथ PW Skills इस अंतर को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है और विविध, व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान कर रहा है। हमारी अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ और उन्नत चिकित्सा उपकरण यह सुनिश्चित करते हैं कि छात्रों को उनके करियर के लिए आवश्यक व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हो। हाल ही में सरकार द्वारा लेजिस्लेशन एक अनुकूल वातावरण बनाता है। हम इस क्षेत्र में कदम रखने के लिए उत्साहित हैं, जो भारत के हेल्थ केयर परिदृश्य पर सार्थक प्रभाव डालेंगे।” पीडब्लू स्किल्स ने यह सुनिश्चित करने के लिए हेल्थ केयर स्कूल की शुरुआत की है कि छात्रों को व्यापक शिक्षा और करियर की तैयारी मिले। पाठ्यक्रमों में व्यावहारिक इंटर्नशिप को एक नए रूप में शामिल किया गया है, जो व्यावसायिक विकास के लिए आवश्यक अनुभव प्रदान करता है। B.Vocational पाठ्यक्रम जैसे कि मेडिकल लैब टेक्नीशियन (MLT) और ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन (OTT) के लिए छात्र दो साल की कक्षा प्रशिक्षण के बाद एक वर्ष की इंटर्नशिप में बिताएंगे।
इसी तरह MLT और OTT में उन्नत डिप्लोमा कार्यक्रमों में एक वर्ष की कक्षा और उसके बाद एक वर्ष की इंटर्नशिप के माध्यम से सैद्धांतिक शिक्षा और व्यावहारिक अनुभव का संतुलित मिश्रण प्रदान किया जाता है। शैक्षणिक उत्कृष्टता के अलावा पीडब्लू स्किल्स व्यापक प्लेसमेंट सहायता प्रदान करेगा, जिसमें इंटरव्यू की तैयारी, सॉफ्ट स्किल्स विकास और कंप्यूटर साक्षरता पाठ्यक्रम शामिल हैं। संस्थान अंतर्राष्ट्रीय प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान करने का लक्ष्य रखता है, जिससे वैश्विक हेल्थ केयर में करियर के अवसर और बढ़ेंगे।