किसान द्वारा तहसील परिसर जहर खाकर आत्महत्या के मामले में लेखपाल सस्पेंड, नायब तहसीलदार कलेक्ट्रेट से अटैच
बदायूं। किसान रूमसिंह के तहसील परिसर में जहर खाकर आत्महत्या के मामले की गूंज शासनस्तर तक पहुंची है। इस मामले में हल्का लेखपाल कुलदीप भारद्वाज को सस्पेंड किया गया है। वहीं नायब तहसीलदार को भी कलेक्ट्रेट से अटैच कर दिया गया है। प्रशासन की इस प्रारंभिक कार्रवाई के बाद तहसील के जिम्मेदारों में अफरातफरी मची हुई है। माना जा रहा है कि एडीएम की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार को किसान आत्महत्या मामले में परिजनों ने बरेली-आगरा हाइवे जाम किया था। इसके बाद जहां एक ओर जाम लगाने वालों के खिलाफ थाना सिविल लाइंस में मुकदमा लिखा गया है। वहीं प्रशासन ने अपने स्तर से प्रारंभिक कार्रवाई शुरू कर दी।अफसरों ने अभी तक यह माना है कि किसान रूमसिंह की जमीन के दाखिल खारिज प्रकरण में हल्का लेखपाल की भूमिका संदिग्ध रही थी। नतीजतन एसडीएम सदर सुखलाल प्रसाद वर्मा ने लेखपाल को सस्पेंड कर दिया है साथ ही नायब तहसीलदार आशीष सक्सेना को चार्ज से हटाते हुए कलेक्ट्रेट से संबंद्ध किया गया है।
ये था मामला:
थाना सिविल लाइंस इलाके के नगला शर्की गांव निवासी किसान रूमसिंह ने गुरुवार दोपहर सदर तहसील परिसर में जहर खा लिया था। उसी आधी रात को बरेली के अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हालांकि इससे पहले उन्होंने अपने बयान में लेखपाल व नायब तहसीलदार पर जमीन का दाखिल खारिज में गड़बड़ी का आरोप लगाया था, इतना ही नहीं उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। इसमें भी तहसील के जिम्मेदारों को अपनी आत्महत्या का जिम्मेदार ठहराया था।
एडीएम की रिपोर्ट का है इंतजार
डीएम मनोज कुमार ने बताया कि प्रारंभिक कार्रवाई एसडीएम स्तर से हुई है। इसमें लेखपाल सस्पेंड किया गया है। नायब तहसीलदार भी हटाए गए हैं। बाकी की कार्रवाई एडीएम की रिपोर्ट के आधार पर होगी। क्योंकि इस मामले की जांच एडीएम प्रशासन को सौंपी गई है।
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