भारतीय काव्य शास्त्र में काव्यप्रयोजन शीर्षक पर हुआ व्याख्यान
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज के संस्कृत विभाग द्वारा प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी के संरक्षण व संस्कृत साहित्य परिषद् के तत्त्वावधान में डॉ. सुकेश शर्मा (से. नि. अध्यक्षा एवं एसोसिएट प्रोफेसर, एलआर कॉलिज) ने “भारतीय काव्यशास्त्र में काव्यप्रयोजन ” शीर्षक पर व्याख्यान दिया।
सर्वप्रथम प्रो. पूनम लखनपाल (अध्यक्षा, संस्कृत विभाग) ने उनका संक्षिप्त परिचय देते हुए उनका स्वागत किया। डॉ. सुकेश शर्मा ने सर्वप्रथम सरस्वती माँ का स्तवन किया और बृहदारण्यक उपनिषद् के तीन सूत्रों असतो मा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय। मृत्योर्मामृतं गमय का विवेचन कर कहा कि इन तीन सूत्रों के द्वारा ही अमृत पथ को प्राप्त किया जाता है। काव्य शास्त्रीय ग्रन्थ काव्यप्रकाश में उल्लिखित प्रयोजन की व्याख्या की। इन प्रयोजन को प्राचीन आख्यान व उदाहरणों के द्वारा जीवन के लिए अत्यन्त महत्त्वपूर्ण बताया। इस अवसर पर संस्कृत विभागाध्यक्षा प्रो. पूनम लखनपाल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ. अंजू रस्तोगी ने सभी छात्राओं को शुभकामनायें दी, शोधच्छात्रा निशी का सहयोग रहा। विभाग की एमए की छात्रा दिव्या, स्वीटी, मनीषा, निधि सिम्पल, अदिति, नीति, अलका, अंजलि, फरहीन, युशरा आदि उपस्थित रहीं।