जिला पूर्ति विभाग की इंस्पेक्टर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। भारतीय किसान यूनियन इंडिया का एक प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष संदीप तितौरिया के नेतृत्व में मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी से मिलकर जिले में जिला पूर्ति विभाग द्वारा हो रही राशन की कालाबाजारी के विरुद्ध शिकायत कर जल्द ही इस ओर ठोस कार्यवाही करने की मांग की।
उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया कि 14 जुलाई को संदीप तितौरिया के नेतृत्व में यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कालाबाजारी के लिए जा रहा सरकारी राशन का चावल मेरठ की नवीन मंडी गेट नं. 1 पर पकड़ा। इस गाड़ी को रोकने के बाद आपूर्ति विभाग को सूचित किया गया। सूचना देने पर ए.आर.ओ. पशुपति देव व सप्लाई इंस्पैक्टर तारावती मौके पर पहुंचे। इनके साथ कुछ राशन माफिया भी वहां पहुंच गये। इन राशन माफियाओं से ए.आर.ओ. व सप्लाई इंस्पैक्टर की पहले से ही सैटिंग हो चुकी थी। पहले तो ए.आर.ओ. व सप्लाई इंस्पैक्टर कार्यवाही के मूड में ही नहीं थे, परन्तु हमारे द्वारा उच्च अधिकारियों को सूचित करने पर उन्हें कार्यवाही करने हेतु विवश होना पड़ा।
शाहिद खान से मांगे थे दस हजार रुपये
यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप तितौरिया द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को मिलकर पहले ही अवगत कराया गया था कि जिला पूर्ति अधिकारी की देख रेख में रिश्वत व कालाबाजारी का अवैध व्यापार चल रहा है। श्री तितौरिया के मित्र शाहिद खान से तारावती द्वारा स्टाक रजिस्टर वैरीफाई के लिए 10000 रुपये की मांग की गई थी। यह तो एक दुकान से पूरे जिले में दुकानों से कितनी उगाही होती होगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।