आरक्षण को लेकर नए-नए प्लान तैयार कर रही सरकार: सतीश राजवाल
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। गत 4 जून को दिल्ली स्थित संसद भवन परिसर में सौंदर्यीकरण के नाम पर संविधान निर्माता डॉ. बाबा भीमराव आंबेडकर, महात्मा गांधी, शिवाजी महाराज की मूर्तियों को हटा दिया गया था, जिन्हें आज तक वापस मूल स्थान पर स्थापित नहीं किया गया। इसी को लेकर जंतर मंतर पर एक देशव्यापी जनांदोलन वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट भानुप्रताप सिंह के नेतृत्व में किया गया।
एससी अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सतीश राजवाल के नेतृत्व में बस द्वारा पहुंचे। मेरठ कचहरी स्थित बाबा भीमराव आंबेडकर मूर्ति से जय भीम जय भीम के नारों के साथ सुबह 10 बजे वकीलों का काफिला रवाना हुआ। इस दौरान धरना प्रदर्शन को संबोधन में एससी अधिवक्ता संघ अध्यक्ष एडवोकेट सतीश राजवाल ने उपस्थित जन समूह से अपील करते हुए आह्वान किया कि यह बहुत महत्त्वपूर्ण हैं कि हम देश के लोकतंत्र, संविधान की रक्षा करने के लिए दिल्ली जंतर मंतर पर एकजुट होने पर उपस्थिति की दस्तक बच्चों के भविष्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और सुनहरे भविष्य में समता और बराबरी का भारत बनाने में एक एक कील का काम करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार आरक्षण को लेकर भी नए-नए प्लान तैयार कर रही हैं, इसके लिए भी लड़ाई हैं। कहा कि यह एक बहुत महत्वपूर्ण समय हैं। हमें देश में हावी हो रही इन संविधान विरोधी ताकतों का डटकर मुकाबला करना हैं, क्योंकि यह लड़ाई देश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, संवैधानिक संस्थाओं पर आक्रमण व साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ हैं। हम सभी को मिलकर इस लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी हैं। धरना प्रदर्शन में देश के अलग-अलग जगहों से हजारों लोग शामिल हुए। वरिष्ठ अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट महमूद प्राचा भी कार्यक्रम में रहे।
इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट धर्मेंद्र कुमार मीवा, एडवोकेट अनिल शैगल, दिनेश कुमार वारिया, नसीब सैफी एडवोकेट, विजय प्रबोध, राजकुमार, अरविंद कुमार, राजा, योगेश कुमार, समीर, ललित मोहन चन्द्रा, पीताम्बर दत्त, सन्दीप भटीपुरा, गोपाल प्रधान, सचिन कुमार, सुंदरलाल, शनि, ओमनारायण, रजनीश खजूरी, सुभाष रतन, सतीश भारती, हिमांशु कुमार समेत सैकड़ों एडवोकेट्स दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।
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