अधर्म का नाश करने के लिए भगवान अवतार लेते हैं: आचार्य राकेश
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। प्रभु श्री राम का अवतार इस धरा पर एक महत्वपूर्ण प्रयोजन से हुआ। इस पृथ्वी पर जब भी मानवता/धर्म का हास हुआ है, तब-तब प्रभु इस पृथ्वी पर अवतार लेते है। गुरुवार को दितीय दिवस में व्यास पीठ पर विराजित आचार्य राकेश मोहन ने राम के अवतार लेने की कथा का वर्णन किया।
उन्होंने अवतार के संदर्भ को कहा, राम ने अवतार क्यों लिया? ये प्रसंग भगवान भोलेनाथ ने मा पार्वती को बताया। भगवान के अवतार लेने का प्रथम कारण जब पृथ्वी पर पापियों/असुर का बोझ बढ़ता है, जब-जब धर्म की हानि होती है, संसार में अत्याचार बढ़े, तब धर्म की रक्षा के लिए अधर्म का नाश करने के लिए भगवान अवतार लेते हैं। श्री राम के अवतार ले रहे की जानकर देवताओं में भी होड़ लग गई। आज कलयुग में राम का नाम ही उद्धार करने के लिए पूर्ण आधार हैं। प्रथम पूजन रजत चौधरी ने अपनी पत्नी के साथ किया और आरतीकर्ता भाजपा नेता आलोक सिसोदिया, शरद व चेतन चौधरी ने परिवार सहित किया।