चिकित्सकों ने की कैंसर के इलाज में एक नए युग की घोषणा
चिकित्सकों ने की कैंसर के इलाज में एक नए युग की घोषणा
-आईएमए हॉल में किया गया 12वें मेरठ ऑन्कोकॉन का आयोजन
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। वरिष्ठ कैंसर एवं रोबोटिक सर्जन, मेरठ कैंसर अस्पताल के निदेशक और पिछले 25 वर्षों से ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध नाम डॉ. उमंग मिथल ने 12वें मेरठ ऑन्कोकॉन का आयोजन किया। सम्मेलन का आयोजन आईएमए हॉल में किया गया।
उन्होंने कैंसर के इलाज में एक नए युग की घोषणा करते हुए बताया कि “कैंसर के लिए रोबोटिक सर्जरी” अब मेरठ ही में उपलब्ध रहेगी। मेरठ ऑकोकॉन एक वार्षिक कैंसर सम्मेलन है, जो 2009 से आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष सम्मेलन का आयोजन मेरठ कैंसर अस्पताल द्वारा सेठ हीरालाल मिथल चैरिटेबल ट्रस्ट और गैलेक्सी ऑन्कोलॉजी सहयोगियों के सहयोग से किया जा रहा है। इसमें मेरठ-आईएमए, एपीआई की कई चिकित्सा समितियों द्वारा भागीदारी की गई है। एएसआई, एओआई, एफओजीएसआई और डेंटल एसोसिएशन। इस वर्ष मेरठ कैंसर अस्पताल “कैंसर को हराएं पहल” के हिस्से के रूप में यह 2 दिवसीय सम्मेलन है और विषय “प्रबंधन में रोबोटिक्स सहित सर्जिकल प्रक्रियाओं में सटीक चिकित्सा और नवाचारों की भूमिका” है। कैंसर- फेफड़े, स्तन, मौखिक और डिम्बग्रंथि के कैंसर विषय रहा। कार्यक्रम में डॉ. आशीष जैन, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. नलिनी मित्थल, डॉ. आशु मित्थल, डॉ. तनुज गर्ग, डॉ. विवेक बंसल, डॉ. हिमानी अग्रवाल, डॉ. संजीव भाटिया, डॉ. नलिन मितल, हिमांशु गोयल, नीरज कौशिक आदि ने सहयोग किया।
इन विषयों पर की बातचीत
इस सम्मेलन के 12वें संस्करण में फेफड़े, स्तन, अंडाशय और मुहगुहा के कैंसर की रोकथाम, शीघ्र निदान और उपचार पर ध्यान केंद्रित करते हुए कैंसर के उपचार में हाल के नवाचारों और निकट भविष्य में क्या होगा, इस पर चर्चा की और रोबोटिक्स के बारे में बात की। लक्षित प्रणालीगत और विकिरण चिकित्सा, इम्यूनोथेरेपी, और अन्य भविष्य के उपचार आज उपलब्ध हैं।
250 डाक्टरों ने सम्मेलन में लिया भाग
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. मंजू शिवाच (विधायक), विशिष्ठ अतिथि मेयर हरिकांत अहलूवालिया, प्रो. अनुराग श्रीवास्तव और डॉ. एसपी मिथल संरक्षक सेठ हीरालाल मिथल चैरिटेबल ट्रस्ट ने किया। कैंसर विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, जनरल सर्जन, चिकित्सक, ईएनटी सर्जन, डेंटल सर्जन, विभिन्न मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट्स और अन्य विशेषज्ञों सहित पूरे भारत से 250 डॉक्टरों ने सम्मेलन में भाग लिया और नवीनतम प्रगति और नवाचार के बारे में अपने ज्ञान को फैलाने और अद्यतन करने में भाग लिया।
- Advertisement -