पीलीभीत। डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए अगले एक महीने तक चलने वाला संचारी रोग अभियान शनिवार को शुरू हुआ। जनपद की तहसील बीसलपुर से भाजपा विधायक विवेक वर्मा ने सीएससी पर फीता काटकर अभियान का शुभारंभ किया।
सीएमओ डॉक्टर आलोक कुमार, डब्ल्यूएचओ से एसीएमओ विपिन कुमार, यूनिसेफ से डीएमसी इरशाद खान, मलेरिया अधिकारी डॉ राजीव मौर्य ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली का आगाज किया एवं संचारी रोग नियंत्रण करने के लिए सभी को शपथ दिलाई। इस मौके पर विधायक ने कहा कि बारिश में जलभराव से मच्छर पनपते हैं और इससे डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया जैसी बीमारियां फैलती हैं। इसलिए संचारी रोगों से बचने के लिए आसपास की सफाई जरूरी है। उन्होंने कहा कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को टीबी और फाइलेरिया से बचाव की भी जानकारी दें। लोग बीमारियों के बारे में जागरूक रहेंगे तो उससे बचाव करना भी आसान होगा।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राजीव मौर्य ने बताया कि मच्छरों से डेंगू, जापानी इंसेफेलाइटिस, मलेरिया, चिकनगुनिया फैलता है। बचाव के लिए नालियों की सफाई व झाड़ियों की कटाई जरूरी है। जिन नल, हैंडपंप में पीला निशान लगाया जाता है, पीने के पानी का उपयोग इसी हैंडपंप से करना चाहिए। इसके अलावा पानी को उबालकर ठंडा कर पीना बेहतर उपाय है। उन्होंने बताया कि बच्चों को जापानी बुखार से बचाने के लिए नौ माह और 16 माह पूर्ण होने पर जेई टीका जरूर लगवाना चाहिए।
जनमानस भी हो रहा जागरूक
•बीसलपुर निवासी राजेश कुमार ने बताया कि बरसात के दिनों में उनके घर के आसपास बहुत मच्छर हो जाते हैं जिससे बचने के लिए वह नालियों की सफाई कराते हैं। अगर किसी को बुखार हो जाए तो वह फौरन अस्पताल में दिखाने की कोशिश करते हैं ताकि सही इलाज मिल सके।
•पहाड़गंज निवासी पूनम ने बताया कि वह मच्छरदानी का प्रयोग करती हैं। इसके अलावा घर के आसपास और मोहल्ले में भी सफाई का ध्यान रखती हैं।
अभिभावक व छात्रों का भी करेंगे संवेदीकरण
डीएमओ डॉ राजीव मौर्य ने बताया कि स्कूलों में शिक्षकों के माध्यम से दिमागी बुखार व अन्य वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जेई/एईएस, कालाजार, स्क्रबटाइफस, लेप्टोस्पाइरोसिस और जलजनित रोगों, लू आदि से बचाव, रोकथाम व उपचार के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से पुस्तकों के वितरण के समय अभिभावकों का भी संवेदीकरण किया जाएगा। स्कूलों में पोस्टर प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, क्विज प्रतिस्पर्धा, निबंध लेखन आदि के माध्यम से छात्रों को रोगों से बचाव, पर्यावरणीय स्वच्छता और व्यक्तिगत स्वच्छता के विषय में बताया जाएगा।
17 जुलाई से शुरू होगा दस्तक अभियान
संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान ही 17 जुलाई से दस्तक अभियान शुरू होगा। इस दौरान घर-घर संपर्क कर रहीं आशा स्टीकर लगाकर सुनिश्चित करेंगी कि घर के सदस्य किसी भी तरह के बुखार के समय नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर संपर्क करें। अभियान के दौरान आशा रोज अपने काम की सूचना एएनएम को उपलब्ध कराएंगी। आशा बुखार, इन्फ्लुएंजा ग्रसित लोगों, क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों, कुपोषित बच्चों और ऐसे मकान जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो, उनकी जानकारी मुहैया कराएंगी।
यह बातें रखें ध्यान
•डेंगू, चिकनगुनिया का एडीस मच्छर दिन में काटता है एवं कृत्रिम रूप से इकट्ठा हुए पानी में पनपता है।
•जापानी बुखार एवं फाइलेरिया फैलाने वाला क्यूलेक्स मच्छर रात में काटते हैं और रुके हुए पानी में पनपते हैं।
•मलेरिया फैलाने वाला एनाफिलीज मच्छर शाम से सुबह तक काटता है एवं साफ ठहरे हुए पानी में पनपता है।
“मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आलोक कुमार ने बताया कि जनपद में आज यानि एक जुलाई से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हो रहा है। यह अभियान 31 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान जनपद वासियों को वेक्टर जनित रोगों, जल जनित रोगों व लू आदि से बचाव व उपचार के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसी बीच 17 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान भी संचालित किया जाएगा। इस अवसर पर सीएमओ डॉ आलोक कुमार , डब्ल्यूएचओ से डॉ. विपिन,, डीएमओ डॉ राजीव मौर्य और यूनीसेफ से इरशाद खान उपस्थित रहे।