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Friday, November 1, 2024
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23.88 करोड़ का स्वीकृत पुल निर्माण कराना सेतु निगम को बना है मुसीबत

विरोध में ढाई माह से आंदोलन कर रहे हैं ग्रामीण——पुल निर्माण को शुक्रवार को गांव पहुंची सेतु निगम के अधिकारियों की टीम—– मांग पूरी ना होने पर ग्रामीणों ने फिर उग्र आंदोलन छेड़ाने का किया ऐलान


पीलीभीत। बीसलपुर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम ललौर गुजरानपुर में शासन द्वारा स्वीकृत 23 करोड़ 88 लाख रुपए की धनराशि से पुल का निर्माण कराना सेतु निगम के लिए मुसीबत बना हुआ है। पड़ोस के गांव पुराना के ग्रामीण इस पुल के निर्माण का विरोध को लेकर ढाई माह से आंदोलन छेड़े हुए हैं विधायक के आवास के समक्ष आंदोलन का बिगुल बजाने से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को सेतु निगम, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की टीम तथा बीसलपुर व नबागंज के विधायक पुल के निर्माण के लिए सर्वे कराने हेतु मौके पर पहुंचें।

बीसलपुर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम ललौर गुजरानपुर में 23 करोड़ 2800000 रुपए की धनराशि से पुल का निर्माण कराने की स्वीकृति प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद द्वारा क्षेत्रीय विधायक विवेक वर्मा के आग्रह पर दिलाई गई है। अप्रैल माह में पुल का निर्माण कराने हेतु लोक निर्माण मंत्री द्वारा शिलान्यास करने के बाद पड़ोस के ग्राम पुरैना के ग्रामीणों ने विरोध में आंदोलन का बिगुल बजा दिया था। ग्रामवासी अपने गांव के पास बहने वाली देवाहा नदी के तट पर पुल का निर्माण कराए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। धरना एक महा तक जारी रहा था। किसान नेता देव स्वरूप पटेल के नेतृत्व में ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल लोक निर्माण मंत्री से लखनऊ में मिला था उन्होंने उक्त ग्राम में भी पुल का निर्माण कराने हेतु धनराशि स्वीकृत कराने का आश्वासन दिया था परंतु धनराशि इस गांव की बजाए ललौर गुजरानपुर के लिए ही स्वीकृत कर दी गई । धनराशि स्वीकृत हो जाने के बाद क्षेत्रीय विधायक ने पुल निर्माण का पूजन करा कर निर्माण कार्य शुरू करा दिया जिसके विरोध में ग्रामीणों ने फिर आंदोलन तेज कर दिया और पिछले 4 दिनों से विधायक आवास के समक्ष धरना शुरू कर दिया।

पूर्व विधायक राम शरन वर्मा ने धरने पर बैठे ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि शुक्रवार को सेतु निगम पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ वह तथा नवाबगंज के विधायक पहुंचकर पुल निर्माण हेतु सर्वे कराकर व एस्टीमेट बनवा कर रिपोर्ट शासन को भेजेंगे। शीघ्र ही शासन से धनराशि स्वीकृत कराकर उनके गांव में भी पुल निर्माण करवाया जाएगा। इस आश्वासन पर ग्रामीणों ने शुक्रवार से धरना समाप्त कर दिया, परंतु चेतावनी दी की मांग पूरी नहीं हुई तो फिर तेज आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीणों के विरोध के चलते कार्यदाई संस्था सेतु निगम द्वारा पुल का निर्माण कराने को लेकर मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिस गांव के लिए पुल स्वीकृत हुआ है। उससे मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम नगीपुर रमपुरा मे पहले से ही पुल का निर्माण कराया जा चुका है इसलिए उक्त ग्राम में पुल का निर्माण होना उचित नहीं है उनके गांव के पुल का निर्माण होने से आसपास के दर्जनों ग्रामों के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा।

इस संबंध में ग्रामीणों के विचार

परैना ग्राम पंचायत पुल निर्माण होना था परंतु गलत सर्वे रिपोर्ट लगाकर ललौर गुजरानपुर के लिए पुल निर्माण हेतु धनराशि स्वीकृत कर दी गई है जबकि इस गांव के मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर पहले से ही पुल का निर्माण हो चुका है।—ओमपाल

ग्रामवासी पिछले ढाई महीना से ग्राम पुरैना में देवहा नदी के ऊपर पुल बनाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन छेड़े हुए हैं। मांग पूरी ना होने तक उन लोगों का विरोध जारी रहेगा।-——-महेश चंद्र मिश्रा

पुरैना ग्राम पंचायत के लिए ही पुल निर्माण कराने को शासन व प्रशासन स्तर से कार्यवाही होनी चाहिए जिस जगह पर पुल का निर्माण हो रहा है वह उचित नहीं है क्षेत्र के दर्जनों गांव के ग्रामीण पुल न होने से परेशान है लकड़ी के अस्थाई पुल को बनाकर नदी को पार कर रहे हैं किसी भी समय हादसा हो सकता है।-—-राजेश मिश्रा

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