19 साल बाद बन रहा अद्भुत संयोग, भक्तों पर 59 दिन बरसेगी भगवान भोलेनाथ की कृपा
इस साल देवों के देव महादेव की उपासना करने के लिए 59 दिन मिलेंगे— मंदिरों में होने लगी है सजावट——सावन 4 जुलाई से 19 साल बाद 2 माह का होगा पहली सोमवारी 10 जुलाई अंतिम 28 अगस्त को
देवों के देव कहे जाने वाले भगवान शिव का पावन मास सावन 4 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस बार 19 वर्षों के बाद श्रावण मास 2 महीने का रहेगा। इसको लेकर भक्तों में काफी उत्साह है उन्हें अपने आराध्य देव की उपासना करने के लिए 59 दिन मिलेंगे।
ज्योतिषाचार्य की मानें तो अगर सच्चे मन से महादेव की पूजा करें तो वह हर मनोकामना पूर्ण करते हैं शिव भक्त इस महीने का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस बार 4 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है जो 31 अगस्त को पूर्णिमा के दिन समाप्त होगा। अधिक मास होने के कारण इस बार 8 सावन सोमवार व्रत और नौ मंगला गौरी व्रत आ रहे हैं जो बेहद खास माने जा रहे हैं। इस मास में मंदिर देवालय ज्योतिर्लिंगों में भक्त बाबा की पूजा करेंगे। भक्त जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, श्रृंगार, पूजा, कावड़ यात्रा, आरती पूजा करने को उत्साहित हैं साथ ही घर एवं मंदिरों में रुद्राभिषेक पार्थिव पूजन महामृत्युंजय मंत्र के जाप और रुद्र अर्चन भी होंगे।
इस बार श्रद्धालुओं पर बरसेगी 59 दिन कृपा
कावड़ यात्रा का उत्साह गेरुआ वस्त्र और कावड़ का सजा बाजार
सावन का महीना शुरू होने के पहले ही शहर के कपड़ा बाजार गेरुआ वस्त्रों से सजने लगे हैं। सबसे ज्यादा महाकाल लिखे कपड़े बिक रहे हैं वही अलग-अलग डिजाइन के कांवर भी बाजार में मिलने लगे हैं। महाकाल, ओम नमः शिवाय, बोल बम लिखा गमछा का दाम 110 टी-शर्ट 260 से 350, बंडी 180, झोला ₹110 से शुरू है। लोग कांवड़ खरीदने भी आ रहे हैं बाजार में दो तरह के कांवर बिक रहे हैं। प्लास्टिक की मूर्ति लगी कांवड़ का दाम कम है इसकी डिमांड सबसे ज्यादा है इसका दाम ₹500 से शुरू है वही पीतल की मूर्ति लगे कांवड़ का दाम 2000 से शुरू है जिसमें घुंगरू, घंटी, शिवलिंग, शंकर भगवान की मूर्ति, त्रिशूल, गुलदस्ता लगा है बड़े लोगों के लिए अलग बड़ा कांवड़ तो छोटे बच्चों के लिए छोटा कांवड़ बाजार में बिक रहा है।
सावन की पहली सोमवारी रेवती नक्षत्र में 10 जुलाई को पड़ेगी इस दिन से सोलह सोमवारी व्रत का आरंभ होगा। इस दिन जलाभिषेक करने दूध दही चढ़ाने से जातक को चंद्र दोष से मुक्ति के साथ ही मानसिक एकाग्रता, उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
19 साल बाद बन रहा अद्भुत संयोग
देवादि देव महादेव भगवान भोलेनाथ के भक्तों इस बार अधिक उत्साह में हैं क्योंकि सावन का उत्सव लगभग 2 महीने का होगा। इस बार सावन महीना 59 दिनों का होगा सावन में आठ सोमवार पड़ेंगे, इसके अलावा आठ सावन मंगला गौरी व्रत भी पडगे।
पूरे महीने शिव और माता पार्वती दोनों की असीम कृपा प्राप्त होगी। इसमें विशेष पूजन के लिए भक्तों को 8 सोमवार मिलेंगे। जलाभिषेक करने वाले भगवान शिव के भक्त भगवान की उपासना करके सुख समृद्धि की मांग कर सकेंगे। भगवान भोलेनाथ की पूजा का पवित्र महीना श्रावणमास 4 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इस बार सावन 59 दिनों का होगा ऐसा 19 साल बाद हो रहा है। सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को है जबकि अंतिम 28 अगस्त को होगा। सावन के सोमवार का व्रत रखने वालों को विशेष फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषाचार्य रमाकांत दीक्षित ने बताया कि श्रावण मास का प्रत्येक दिन शिव पूजा के लिए खास माना जाता है लेकिन सावन के सोमवार शिव जी की कृपा का लाभ पाने के लिए सबसे शुभ लाभकारी माना जाता है। उन्होंने बताया कि 19 साल बाद ये संयोग बन रहा है जब श्रावण मास 59 दिनों का होगा और आठ सोमवार पड़ेंगे इनमें चार सावन सोमवार तथा चार अधिक मास श्रावण सोमवार होंगे। सोमवार व्रत 10 जुलाई 17 जुलाई 21 अगस्त 28 अगस्त को है। सावन अधिक मास का सोमवार 24 जुलाई 31 जुलाई 7 अगस्त और 14 अगस्त को है। 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास रहेगा। पूरे महीने शिव और माता पार्वती दोनों की असीम कृपा प्राप्त होगी।
सावन में सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद भगवान शिव को दूध और जल अर्पित करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं। आठ सोमवार के अलावा आठ सावन मंगला गौरी पड़ेंगे। पहला मंगला गौरी व्रत 4 जुलाई को होगा दूसरा मंगला गौरी व्रत 11 जुलाई तीसरा 22 अगस्त चौथा 29 अगस्त को होगा। सावन अधिक मास का मंगला गौरी व्रत पहला 18 दूसरा 25 जुलाई तीसरा चौथा 8 और 5 अगस्त को रखा जाएगा।
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