धरना प्रदर्शन की आशंका पर पंहुचे सीओ तैनात रहा भारी पुलिस बल,,
आरोपी की गिरफ्तारी , बढ़ी धाराऐं ,,
उन्नाव औरास। ईलाज के दौरान प्रसूता की मौत। थाना क्षेत्र के मिर्जापुर अजिगांव के मजरा निरखी खेड़ा गांव निवासी बाबू लाल की बेटी दीपा करीब एक सप्ताह पहले कस्बा औरास सीएचसी के पास लक्ष्य अस्पताल में सर दर्द होने पर दवा लेने आई थी जहां अस्पताल के संचालक द्वारा उसे ग्लूकोज़ दे इंजेक्शन लगा दिया उसके बाद परिजनों ने गलत इलाज का आरोप लगाया था इस दौरान आठ महीने की गर्भवती दीपा की हालत गंभीर हो गयी परिजन आनन फानन उसे केजीएमयू लखनऊ ले गये जहां क्वीन मैरी अस्पताल में भर्ती कराया गया डाक्टर ने भी गलत इलाज से गर्भस्थ शिशु की मौत हो जाने की बात कही थी उसके बाद मृत बच्चे को आप्रेशन से बाहर निकाला गया लेकिन प्रसूता की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ जिंदगी मौत से संघर्ष करते केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान बुधवार रात उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों मे कोहराम मच गया वहीं मृतका के परिजनों का कहना था कि अस्पताल संचालक व स्टाफ के खिलाफ नाम दर्ज रिपोर्ट लिखी जाये जबकि पुलिस ने अज्ञात मे दर्ज की थी धरना-प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया तीन थानो की पुलिस बल के साथ निरखी खेड़ा पहुंच परिजनों के अनुसार ही कारवाई की बात कह शांत कराया और शव के साथ व आरोपी अस्पताल के पास भी पुलिस बल तैनात रहा। दिवंगत महिला का शव पुलिस बल के साथ रात करीब आठ बजे पहुंचा। पुलिस ने शव को रात में ही मायके से उसके ससुराल रामपुर खंजडी पहुंचाया। जहां शुक्रवार को पुलिस की निगरानी में शव का अंतिम संस्कार किया जायेगा।
रात 8 बजे पंहुचा शव , तैनात रहा पुलिस बल
मौत की खबर के बाद मृतका के मायके में लोगों की भीड़ बनी रही वहीं सीओ बांगरमऊ दोपहर से शव पंहुचने तक मौजूद रहे। धारा बढ़ाने व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर परिजनों को आश्वासन दिया।
मृत शिशु का खनन कराकर होगा पोस्टमार्टम
सीओ अरविंद चौरसिया ने मृत शिशु के पोस्टमार्टम कराऐ जाने की मांग पर जिलाधिकारी को पत्र लिख शीघ्र पोस्टमार्टम कराऐ जाने की बात कही है और एक आरोपी चिकित्सक को गिरफ्तार बताया।
मृतका के दो बेटियों व एक बेटे को देख बिलख पड़ा पिता
मृतका का शव मायके पंहुचा जिसको देख दो बेटियां कनिष्का (4) ‘पल्लवी (6) व मासूम बेटे कान्हा( 2) बेहाल हो उठे । बच्चों को गले लगाकर पिता सोहन बिलख उठे और अचेत हो गए।