राष्ट्र से ही व्यक्ति की पहचान होती है: डॉ. इंद्रेश कुमार
राष्ट्र से ही व्यक्ति की पहचान होती है: डॉ. इंद्रेश कुमार
-सुभारती विज्ञान संकाय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारम्भ
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के केरल वर्मा सुभारती कॉलेज ऑफ साइंस द्वारा आधार फाउन्डेशन की ओर से संयुक्त रूप में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शीर्षक “नेक्स्ट जेनेरेशन एग्रीकल्चर फॉर ए सस्टेनेबल एनवायरमेंट एंड वन हेल्थ” रहा। उद्घाटन मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक डॉ. इन्द्रेश कुमार, स्वामी विवेवकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. जीके थपलियाल, सम्राट अशोक सुभारती स्कूल ऑफ बुद्धिस्ट स्टडीज़ के सलाहकार डॉ. हीरो हीतो, डीन एकेडमिक्स डॉ. एपी गर्ग, संगोष्ठी सचिव डॉ. रेनू मावी द्वारा किया गया।
कुलपति मेजर जनरल डॉ. जीके थपलियाल ने आज के समय में कृषि के विकास हेतु सस्टेनेबल गोल्स के 17 बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज जैव तकनीकियों द्वारा फसलों को विकसित करने पर बल दिए जाने की आवश्यकता है। अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ. इन्द्रेश कुमार के द्वारा खेती को अधिक कुशल, टिकाऊ और उत्पादक बनाने के लिए उन्नत तकनीकियों को अपनाने एवं फसलों की गुणवत्ता को सुधारने हेतु नई पद्धति अपनाने पर बल दिया गया। डॉ. इंद्रेश ने कहा कि भूख ही सभी विघटनकारी शक्तियों का जन्मदाता है, अतः संसार को भारत के वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत के अनुसार सुखी एवं संपन्न रखने के लिए नई तकनीकी अपनाकर कम समय में कम भूमि से अधिक उत्पादन लेने की तकनीकी पर बल देना होगा।
संगोष्ठी सचिव डॉ॰ रेनू मावी और डॉ॰ सौरभ त्यागी रहे। डॉ. रेनू मावी ने बताया कि यह संगोष्ठी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को खाद्यान्न तकनीकी के मामले में उन्नत बनाने की चेष्टा के साथ आयोजित किया गया है। इस संगोष्ठी के सफलतापूर्वक संचालन में विश्वविद्यालय की अनुशासन समिति एवं विज्ञान संकाय का सहयोग रहा। आधार फाउन्डेशन से डॉ. निरंजन साहू एवं सौरभ त्यागी का सहयोग रहा।
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