श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर कछला गंगा घाट आया था परिवार और ग्रामीण
कछला/उझानी/बदायूं। श्रीमद्भागवत कथा का समापन होने के बाद श्रद्धालु कछला भागीरथी गंगा घाट पर गंगा स्नान करने आए थे। स्नान के दौरान छह लोग गंगा में पानी के बहाव में बह गए। गंगा घाट पर चीख पुकार मच गई। उन्हें बचाने के लिए गोताखोर गंगा में कूद गए। चार लोगों को सकुशल बाहर निकाला लिया लेकिन दो युवक गंगा में लापता हो गए। परिजनों में कोहराम मच गया। शनिवार को देर शाम तक फ्लड पीएसी और गोताखोरों की चार टीमें गंगा में युवकों की तलाश में लगी रहीं, लेकिन उनका पता नहीं चल सका है। आज सुबह फिर से तलाश शुरू की जा रही है।
जिला कासगंज के कोतवाली क्षेत्र के गांव भिटोना निवासी पप्पू पुत्र ओमप्रकाश के घर पर श्रीमद्भागवत कथा हुई थी। शनिवार की सुबह कथा का समापन हुआ था। पूजन सामग्री, कलशों के विसर्जन के लिए पप्पू अपने परिजन, रिश्तेदार और सैकड़ों ग्रामीणों के साथ ट्रैक्टर-ट्रालियों से कोतवाली उझानी क्षेत्र में कछला गंगा घाट पर स्नान के लिए आए थे। दोपहर लगभग तीन बजे सभी श्रद्धालु गंगा घाट के पूर्वी दिशा में तकरीबन एक किलोमीटर दूर गंगा स्नान करने लगे। उसी दौरान अभय कुमार (20) पुत्र उदयवीर और अरविंद उर्फ आनंद (26) पुत्र भरत सिंह समेत छह लोग गंगा के पानी के तेज बहाव में बह गए। उन्हें डूबता देखकर गंगा घाट पर चीख पुकार मच गई। इसी दौरान गंगा घाट पर मौजूद गोताखोरों ने उन्हें बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दी। चार लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया लेकिन अभय कुमार और अरविंद पुत्र आनंद का पता नहीं चल सका।
सूचना मिलने पर कोतवाली उझानी के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह गंगा घाट पर पहुंच गए। और गोताखोरों को बुलाकर गंगा में लापता दोनों युवकों की तलाश शुरू कराई। गंगा दशहरा और पूर्णिमा के अवसर पर स्नान के दौरान सुरक्षा के लिए तैनात की गई फ्लड पीएसी ने भी युवकों को तलाश किया। शाम तक दोनों युवकों का पता नहीं चल सका है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि गंगा में लापता युवकों की तलाश की गई। देर शाम तक तलाश कराई गई लेकिन दोनों का पता नहीं चल सका है। आज भी तलाश जारी है।