बदायूं। थाना उघैती क्षेत्र के भरतपुर गांव में गन्ना किसानों और गन्ना सचिव के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया है। किसानों ने सचिव और चीनी मिल अधिकारियों पर असलहे के बल पर धमकी देने का आरोप लगाया है, वहीं सचिव ने किसानों पर अवैध तरीके से गन्ना बेचने का आरोप लगाया है। दोनों पक्षों ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
किसानों का आरोप:गांव निवासी रामपाल और अन्य किसानों ने बताया कि उन्होंने अपना गन्ना बिसौली स्थित यदु शुगर मिल में डाला था। लेकिन लंबे समय से भुगतान नहीं होने के कारण वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। मजबूरी में किसान अब निजी कोल्हुओं पर गन्ना बेच रहे हैं।
किसानों ने आरोप लगाया कि चीनी मिल के जीएम अनिल कुमार, सचिव राजीव और अन्य अधिकारियों ने असलहा लेकर आकर उनके ट्रैक्टर रोक लिए और धमकी दी कि अगर गन्ना किसी और को बेचा तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। किसानों का कहना है कि उनके साथ मनोज कुमार, रवींद्र सिंह, अमित चौधरी समेत अन्य लोग भी थे।
गन्ना सचिव का पक्ष:दूसरी ओर, सहकारी गन्ना विकास समिति के सचिव राजीव कुमार सिंह ने किसानों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया। सचिव ने बताया कि वे क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे, तभी उन्होंने गन्ना भरे ट्रालों को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक ट्राले लेकर भाग गए। सचिव का दावा है कि कुछ एजेंट किसानों से कम कीमत पर गन्ना खरीदकर उसे संभल की चीनी मिल में भेज रहे हैं।
सचिव ने यह भी बताया कि जब उन्होंने चीनी मिल के एजेंट को फोन किया तो उसने इस बात को स्वीकार किया और कहा कि वह इसी तरह गन्ना ले जाते रहेंगे। सचिव ने एजेंट, किसानों और संभल चीनी मिल के मालिक समेत अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। क्षेत्र में तनाव का माहौल है, और किसान अपनी समस्याओं को लेकर चिंतित हैं। वहीं, गन्ना सचिव ने किसानों और मिल एजेंट्स पर कार्रवाई की मांग करते हुए सख्त कदम उठाने की बात कही है।