उन्नाव सफीपुर। स्कूली बच्चे प्राइवेट वाहनों से भूसे की तरह ढोए जा रहे हैं। 8 सीट वाले वाहन में 15 से 20 बच्चों को भूसे की तरह ठूंसकर ले जाया जा रहा है। कई वाहन अनफिट होने के बावजूद सड़कों पर दौड़ रहे है। इन वाहनों पर कार्रवाई न होने से बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाला जा रहा है। अब तक इन मानक विहीन स्कूल वाहनों से कई हादसे हो चुके हैं। इसके बाद भी न तो स्कूल संचालक कोई सबक ले रहे हैं और न ही जिम्मेदार अधिकारी और न अभिभावक ध्यान दे रहे हैं। ज्यादातर स्कूलों में बच्चों को लाने-ले जाने के लिए वैन, मैजिक लगाई गई है।
सफीपुर कस्बा क्षेत्र में मोहल्ला सराय खुर्रम में संचालित सनडीसन इंटर कॉलेज में बच्चो को विद्यालय लाने ले जाने के लिए मानक से अधिक बच्चे ठूस ठूस के मैजिक से ढोए जा रहे हैं। एक मैजिक में 19 बच्चे लेकर जाए जा रहे हैं। क्षमता से अधिक सवारी ले जा रहे वाहन के मानक भी पूरे नही है न ही स्कूल वाहन का नाम लिखा है न सीसीटीवी कैमरा लगा है न विद्यालय का नाम ही लिखा है।
“हद तो यह है कि ड्राइवर जब गाड़ी में गेर बदलता है तो बच्चो को हटाता है…
इस संबंध में जब सनडीसन के प्रिंसिपल से बात किया गया तो बताया कि कभी कभी बच्चे ज्यादा आ जाते हैं लेकिन आप कौन होने हो पूछने वाले। ए आरटीओ हम पर मेहरबान है तो आप लोग कहने वाले कौन होते हो।
ए आरटीओ बोले : तत्काल नजदीकी थाने में दे सूचना होगी कार्रवाई
एआरटीओ उन्नाव ए के सिंह से जब इस संबंध में फोन कर बात की गई तो उन्होंने बताया कि अगर ऐसे वाहन सवारी ढोते दिखाई दे तो तत्काल नजदीकी थाने में सूचना दे। परिवहन विभाग हर जगह तो उपलब्ध नही हो सकता। मेरे साथ यह सबकी जिम्मेदारी है। तभी ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
यह अत्यंत आवश्यक है कि जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और बच्चों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूल वाहन निर्धारित मानकों के अनुरूप ही चलाए जाएं और यदि कोई स्कूल इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं हो सकता।