मां के नवरूपों की कथा का विस्तार से वर्णन किया
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। जागृति विहास सैक्टर-5 आदर्श बैंकट हॉल में चल रही श्रीमद देवी भागवत ज्ञान यज्ञ के छठे दिन कथा व्यास संस्कृती के विद्वान धर्मनगरी धामपुर से आए आचार्य डॉ. दिनेशचन्द भारद्वाज ने मां के नवरूपों की कथा का विस्तार से वर्णन किया।
कथा व्यास ने कहा कि एक अंक की सबसे बड़ी संख्या 9 है। इससे संकेत मिलता है कि कां का भक्त सुख-दुख हानि-लाभ, मान-सम्मान हर स्थिति में समान भान से रहता है। सुन्दर-सुन्दर भजनों से बातावरण गुंजयमान हो गया। पंडित प्रणव भारद्वाज ने सुन्दर श्लोकों का वाचन कर सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर आचार्य पंकज, आचार्य हीरा बल्लभ पन्त, पवन रात्री गोपाल दत्त पाण्डेय, आचार्य जोश लीलधार, हीरा सिंह, बल्लभ महपाल, हरीश चंद, दिनेश चन्द्र जोशी, भुवन चन्द्र पालीवाल आदि उपस्थित रहे।
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