स्क्रिप्ट के हिसाब से भावनाएं प्रकट करता है अभिनेता: रवि कर्णवाल
स्क्रिप्ट के हिसाब से भावनाएं प्रकट करता है अभिनेता: रवि कर्णवाल
-फिल्म मेकिंग पर चल रही सात दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन इमोशंस पर किया गया काम
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। किसी भी फिल्म में अभिनेता का अभिनय स्क्रिप्ट के हिसाब से तय होता है और अभिनेता स्क्रिप्ट के हिसाब से अभिनय के अंदर अपनी भावनाओं को प्रकट करता है, तब जाकर एक अच्छी फिल्म तैयार हो पाती है। अभिनेता का इमोशंस पूरे सीन की कहानी बयां कर देता है और दर्शकों को फिल्म के साथ बांधने का काम करता है। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में फिल्म मेकिंग पर चल रही सात दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन फिल्म कलाकार रवि कर्णवाल ने कही।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में फिल्म मेकिंग पर चल रही सात दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन छात्रों को इमोशंस के बारे में बताया गया। फिल्म कलाकार रवि कर्णवाल ने छात्रों की टीम बनाकर एक सीन क्रिएट करने के लिए दिया। पांच-पांच छात्रों की बनी 7 टीमों को अलग-अलग सीन कराए गए, जिसमें अभिनेता द्वारा बोले जाने वाले डायलॉग के साथ-साथ इमोशंस भी प्रकट किए गए। फिल्म निर्देशक शुभम शर्मा ने छात्रों को बताया कि किसी फिल्म का डायरेक्शन करने के लिए अनेक बातों का ध्यान रखा जाता है। फिल्म की स्क्रिप्ट के हिसाब से होने वाले सीन में कैमरे से किस चीज पर फोकस करना है और क्या दिखाना है। वह सब एक स्क्रिप्ट के हिसाब से करना होता है। इस अवसर पर डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव, लव कुमार, डॉक्टर दीपिका वर्मा, बीनम यादव, प्रशासनिक अधिकारी मितेंद्र कुमार गुप्ता, राकेश कुमार, ज्योति वर्मा, उपेश दीक्षित आदि मौजूद रहे।
प्रैक्टिकल नॉलेज होना बहुत आवश्यक: प्रो. प्रशांत
तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने कहा कि किसी भी चीज को सीखने के लिए प्रैक्टिकल नॉलेज होना बहुत आवश्यक है। इस प्रकार के कार्यक्रम हमारे करियर के लिए बहुत जरूरी है, यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम इस प्रकार के कार्यक्रमों से कितना और क्या सिखाते हैं।
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