लखनऊ। वन संपदा को बचाने लेकर योगी सरकार लाख कोशिश कर रही है। वहीं वन माफिया वन विभाग की सांठगांठ से आधा दर्जन से अधिक सागौन के पेड़ व तीन आम के हरे भरे पेड़ों पर आरा चलाकर धराशाही कर दिया। लगातार हो रही क्षेत्र मे अवैध कटान से पर्यावरण खतरा मंडराने लगा है। सरकार लगातार पर्यावरण संरक्षण के लिये करोड़ों रूपयों की लागत से गांवों मे वृक्षारोपण कर रही है। लेकिन सरकार के मंसूबों पर वन विभाग की टीम पानी फेरती नजर आ रही है।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सिरगामऊ में नौ सागौन व तीन आम पेड़ वन विभाग की सांठगांठ से वन माफिया ने आम के हरे भरे पेड़ों पर आरा चलाकर धराशाही कर दिया। सरकार वृक्षारोपण कर पेड़ लगवाने का काम कर रही है। वहीं दूसरी तरफ वन विभाग के अधिकारी उन्हीं पेडों पर आरा चलवाने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिससे क्षेत्र की हरियाली सहित पर्यावरण खतरे मे जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अवैध लकड़ी माफिया रात के अंधेरे में तड़के लकडी कटान जारी कर देते हैं। जो सुबह करीब 9 बजे तक चलता है। अवैध कटान को छिपाने के लिये ठेकेदार ठूंठों को तक खुदवा देते हैं। अगर ऐसा ही होता रहा तो कुछ दिनों मे ही मलिहाबाद फल पट्टी क्षेत्र रेगिस्तान बन जायेगा।
इस संबंध में दुबग्गा वन रेंजर सोनम दीक्षित ने कहा कि प्रतिबंधित पेड़ों की काटे जाने की जानकारी मिली है, जिस पर वनरक्षक को भेज कर जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।