शिक्षकों की एक जुटता लाई रंग, स्कूल में छात्रा की आत्महत्या मामले में आरोपी प्रधानाचार्या एवं कक्षाध्यापक को मिली कोर्ट से जमानत
आजमगढ़ /बरेली। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े सभी संगठनों ने प्रदेश भर में एकता दिखाई जिससें प्रशासन पर दबाव बढ़ा, जिससे पुलिस प्रशासन ने 09/08/23 को ही विवेचना कर आदालत में दाखिल कर दी। यदि विद्यालय बंदी न होती तो विवेचना को और लम्बा खीचते, इसको लम्बे समय तक टाला जा सकता था। सब प्राइवेट स्कूलों की एकता का परिणाम यह हुआ कि 9 अगस्त को आदालत के न्यायाधीश ने पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के मद्देनजर चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज आजमगढ़ की प्रधानाचार्या और शिक्षक के रिहाई के आदेश दे दिए।
सभी शिक्षण संसथाओं के संचालकों ने निस्वार्थ भावना से एकता का परिचय कराया। निस्वार्थ भाव की एकता कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी सफलता दिलाती हैं। प्रधानाचार्या और शिक्षक की रिहाई पर बेसिक शिक्षा समिति उत्तर प्रदेश के समस्त साथियों में व समस्त प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
एकता का क्या परिणाम होता हैं वह भी समाज के समक्ष आ गया और संगठन क्या होता हैं, यह भी आप लोग समझ सकते हैं। बेसिक शिक्षा समिति के ज़िला प्रभारी भूपेन्द्र कुमार शर्मा ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि जहां प्रधानाचार्या व कक्षाध्यापक की रिहाई आदेश से खुशी है वही बेटी श्रेया की मौत से दुखी भी हैं। इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर दोषी के विरुद्ध उचित कार्यवाही शीघ्र होनी चाहिए हमारी संवेदनाएं श्रेया के दुखित परिवार के साथ हैं।
अगर असूलों पर आंच आये तो टकराना जरुरी हैं। अगर जिन्दा हो ,तो जिन्दा नजर आना जरुरी हैं।।
भुपेंद्र कुमार शर्मा ने बेसिक शिक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चन्द्र सक्सेना को शिक्षण संस्थाओं को बन्द रखने की पहल करने हेतु साधुवाद दिया। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े सभी संगठनों ने प्रदेश भर में एकता दिखाई जिससें प्रशासन पर दबाव बढ़ा जिससे पुलिस प्रशासन ने 09/08/23 को ही विवेचना कर आदालत में दाखिल कर दी। यदि विद्यालय बंदी न होती तो विवेचना को और लम्बा खींचते, इसको लम्बे समय तक टाला जा सकता था। सब प्राइवेट स्कूलों की एकता का परिणाम यह हुआ कि 9 अगस्त को आदालत के न्यायाधीश ने पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के मद्देनजर चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज आजमगढ़ की प्रधानाचार्या और शिक्षक के रिहाई के आदेश दिए।
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