पीलीभीत। जनपद के थाना माधोटांडा क्षेत्र के इलाके में एक बार फिर बाघ ने एक किसान को अपना निवाला बनाया लिया है।दूसरे दिन गन्ने के खेत में कई टुकड़ों में पड़ा मिला किसान का शव। गुस्साए परिजनों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। प्रशासन और पुलिस ने काफी बहसबाजी के बाद जाम खुलवाया और शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।
दरअसल, मंगलवार रात्रि को फसल की रोपाई के लिए अपने खेत को तैयार कर रहे एक किसान को अचानक बाघ ने दबोच लिया और बुधवार सुबह लगभग 200 मीटर दूर गन्ने के खेत में उसका शव कई टुकड़ों में मिला। किसान लालता प्रसाद उम्र 50 वर्ष विगत मंगलवार को अपने खेत पर धान की रोपाई अपने भाई कैलाश चंद्र के साथ कर रहा था। बताते चलें की रोपाई से पहले खेत को तैयार करने के लिए सिंचाई की व्यवस्था उसके द्वारा की जा रही थी जबकि उसका भाई कैलाश चंद्र टैक्टर पर बैठा हुआ था। तकरीबन 12:00 बजे रात अचानक जंगल से बाहर आए बाघ ने लालता प्रसाद पर हमला कर दिया और उसे उठाकर ले गया। इस बीच उसकी चीखने की आवाज उसके भाई को सुनाई दी और वह ट्रैक्टर से उतर कर उसे देखने गया और उसने देखा बाग उसके भाई को खींच कर ले जा रहा है।
किसान के भाई ने जानकारी देते हुए बताया कि मैं लगभग 200 मीटर की दूरी पर था मैंने अपने भाई की आवाज सुनकर तुरंत ट्रैक्टर से नीचे उतर कर देखा की बाघ मेरे भाई को खींचकर झाड़ियों की तरफ ले जा रहा था और उसकी गर्दन बाघ अपने मुंह से पूरी तरह दवाएं हुआ था। यह देख मैं पूरी तरह कांप गया और मेरे पसीने छूट गए मैं तुरंत गांव की ओर आया और इस बात की पूरी जानकारी मैंने परिजनों और ग्रामीणों को दी। रात में ही किसान के परिजन खेत पर आए लेकिन बाघ के डर से शायद ग्रामीण वहां नहीं पहुंचे।
सूचना मिलने पर वन विभाग का अधिकारी/ कर्मचारी नहीं पहुंचा
सूचना मिलने पर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और किसान को काफी दूर तक ढूंढते रहे लेकिन रात होने के कारण किसान के शव का कोई भी पता नहीं लग पाया और ग्रामीण रात में ही वन विभाग की चौकी पर पहुंचे लेकिन कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं आया और साथ ही उच्च अधिकारियों को भी इस बात की पूरी सूचना दी गई। लेकिन सुबह तक कोई भी नहीं पहुंचा यह देख ग्रामीण और भड़क उठे उन्होंने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाईवे पर ट्रैक्टर ट्राली तथा बाइक लगाकर पूरी तरह हाईवे जाम कर दिया। लगभग तीन-चार घंटे धरने पर बैठे रहे इसकी सूचना मिलते ही माधोटांडा एसएचओ प्रभारी अचल कुमार मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और उन्होंने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने।
इसी बीच उप जिलाधिकारी के आदेश पर नायब तहसीलदार अक्षय कुमार सहित कई वन विभाग राजस्व विभाग पुलिस विभाग के कर्मचारी और अधिकारी तथा विधायक पुत्र ऋतुराज पासवान मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को काफी समझाया तब जाकर परिजन और ग्रामीण माने और जाम खुला। लेकिन मृतक के परिजन सभी से यह मांग कर रहे थे कि हमारे परिवार के सदस्य को नौकरी एवं जंगल के किनारे तार लगाने की व्यवस्था, वन कर्मियों को जंगल के किनारे मुस्तैद रहे ताकि ऐसा हादसा ना हो। हालांकि विधायक पुत्र ऋतुराज पासवान भी मौके पर पहुंचकर परिजनों को सद्भावना दी और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
वर्ष 2012 से 25 मई 2023 तक वनजीवों की मौत का आंकड़ा
टाइगर 23, तेंदुआ 10,भालू 04 मृत पाए गए।
वर्ष 2016 से जून 23 तक इंसानों की मौतों का आंकड़ा
वर्ष 2016 में 05 की मौत।
वर्ष 2017 में 17 की मौत।
वर्ष 2018 में 03 की मौत।
वर्ष 2019 में 01 की मौत।
वर्ष 2020 में 08 की मौत।
वर्ष 2021 में 03 की मौत।
वर्ष 2022 में कुई घटना नहीं
वर्ष 2023 में 28 जून तक 03 की मृत्यु दर्ज की गई है।