“रोड नहीं तो वोट नहीं” आगामी मतदान बहिष्कार के साथ सड़क न बनने से नाराज ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
लखनऊ। चांदपुर के ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। ग्रामीणों ने आगामी लोकसभा चुनाव में जनप्रतिनिधियों को सबब सिखाने के लिए सोमवार को रोड नहीं तो वोट नही के बैनर पोस्टर के साथ विरोध दर्ज कराया। कहा कि कई सालों से बार-बार लिखित व मौखिक मांग के बावजूद आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग से गांव को जोड़ने वाले रास्ते पर रोड नहीं तो वोट नहीं का बोर्ड लगा दिया। सोमवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण युवकों ने रास्ते पर खड़े होकर नारेबाजी भी की। ग्रामीणों ने बताया कि मुख्य मार्ग से गांव को जोड़ने वाला करीब ढाई किलोमीटर का रास्ता बेहद खराब है। जर्जर सड़क में रास्ते में जगह जगह गड्ढे बने हुए हैं। अक्सर लोग इन्ही में गिरकर चोटिल होते रहते हैं।
ग्रामीणों ने लगाया बोर्ड, रोड नहीं तो वोट नहीं
पिछले कई सालों से ग्रामीणों ने सड़क की मरम्मत कराए जाने की मांग की जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह रास्ता चांदपुर रोड को सुरगौला, कटौली व अन्य गांवों से होते हुए कहला चौराहा से जोड़ता है। जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों लोग गुजरते हैं। बताया कि कई बार सड़क बनवाने को लेकर ग्राम प्रधान के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों से मांग की गई। लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने जब तक रोड का निर्माण नहीं तब तक गांव में मतदान न करने का पूरी तरह बहिष्कार करेंगे।
साथ ही कहा कि जब सड़क नहीं बनेगी तो वह किसी भी पार्टी को वोट नहीं करेंगे। प्रवीण मौर्य, रवि गौतम, कमलेश, प्रेम कुमार, गुड्डू, आकाश, प्रदीप मौर्य, प्रमोद मौर्य, शुभम मौर्य, सुरजीत, गोविंद गौतम, प्रदीप रावत, राहुल कनौजिया, दिलीप, लल्लन, उमाशंकर, अभिषेक, राजू, पुष्पेंद्र उर्फ बुद्धा मौर्य सहित सैकड़ों ग्रामीण एक राय में होकर कहा जब तक रोड नही तो वोट नही जब होगा रोड, तभी पड़ेगा वोट का बोर्ड लगा, बहिष्कार किया है। ग्रामीणों का कहना है, नेशनल हाईवे से लेकर गावँ तक सड़क की हालत इतनी जर्जर होने के कारण कई गांवो से संपर्क टूट गया है। उसी गावँ निवासी पूर्व प्रधान के पुत्र जवाहर ने कहा कि पूरी पंचायत में करीब 10 हजार की आबादी एवं तीन हजार वोटरों के उपेक्षा के कारण वोट वहिष्कार किया जा रहा है। कई वर्षो से नेता लोग सिर्फ आश्वाशन देते आ रहे है,जिससे ग्रामीणों का इन नेताओं से भरोसा उठ गया है।
युवाओं के हाथों में बोर्ड पर लिखा रोड नहीं तो वोट नहीं तहत जमकर विरोध किया, ग्रामीण युवाओं ने गांव के बाहर मुख्य मार्ग पर बैनर बोर्ड लगा दिए गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव का मार्ग काफी जर्जर है, और आने वाले बरसात के मौसम में उस पर गंदगी और कीचड़ भरा रहता है। हर बार चुनाव में राजनीतिक लोगों द्वारा उन्हें बरगला दिया जाता है। और आश्वासन दिया जाता है कि गांव का मार्ग को मरम्मत करा दुरुस्त करा दिया जाएगा। मगर गांव का रास्ता अभी तक नहीं बना है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी होती है।
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