श्रीमद्भागवत कथा के बाद कलश विसर्जन और स्नान के लिए आए थे जिला हाथरस के श्रद्धालू
बदायूं/ कछला घाट। श्रीमद्भागवत कथा के बाद जिला हाथरस क्षेत्र के गांव रतिका नगला निवासी सैकड़ों श्रद्धालु कछला गंगा घाट पर कलश विसर्जन के लिए आए थे। कलश विसर्जन के बाद श्रद्धालु गंगा स्नान करने लगे। इसी दौरान पांच बच्चे गंगा में डूब गए। घाट पर चीख पुकार मच गई। गोताखोरों ने तीन बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया लेकिन गंगा में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पहुंची। बच्चों के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया और शव लेकर वापस अपने गांव चले गए।
जिला हाथरस के थाना हसायन क्षेत्र के गांव रतिका नगला के ग्रामीणों ने श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया था। जिसके बाद गांव निवासी सैकड़ों श्रद्धालु रविवार की सुबह लगभग 10 बजे तीन ट्रैक्टर-ट्राली से कलश विसर्जन के लिए कोतवाली उझानी क्षेत्र में कछला गंगा घाट पर आए थे। श्रद्धालुओं ने गंगा में कलश विसर्जन किया। जिसके बाद जिला कासगंज साइड के गंगा घाट पर रेलवे पुल के पास गंगा स्नान कर रहे थे। गंगा स्नान करने के दौरान प्रियांशु (16) पुत्र वीरपाल सिंह गंगा में बहने लगा था। साथ में स्नान कर रहे श्रद्धालुओं को लगा कि वह डुबकी लगा रहा है। उसके साथ आए शिवानी (12) पुत्र मोहन लाल, पवन कुमार (18) पुत्र पीतंबर सिंह, विकास (10) पुत्र भगवान सिंह, पूनम (13) पुत्री ब्रजेश उसकी ओर बढ़ने लगे। वह लोग भी गंगा की तेज धार में बहने लगे। बच्चों को बहता देखकर गंगा घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं में चीख पुकार मच गई। उनके चिल्लाने पर गंगा घाट पर मौजूद गोताखोर जीतू, गोविंद और फजले ने गंगा में छलांग लगा दी। नाव से भी तलाश की। उन्होंने पवन, विकास और पूनम को बचाकर सकुशल गंगा से बाहर निकाल लिया। प्रियांशु और शिवानी की गंगा में तलाश की। तकरीबन दो घंटे के बाद कछला गंगा घाट से लगभग आधा किलोमीटर दूर गांव ननाखेड़ा के पास प्रियांशु मिला। उसकी सांस चल रही थी। उसे अस्पताल ले जाने की तैयारी चल रही थी कि उसकी मौत हो गई। वहीं, कुछ समय के बाद गंगा में शिवानी का शव मिला। मौत के बाद परिवारों में कोहराम मच गया।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शवों का पोस्टमार्टम कराने को कहा लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। कछला पुलिस चौकी के इंचार्ज प्रमोद कुमार ने बताया कि गंगा में डूबकर दो बच्चों की मौत हुई थी। परिजनों ने शवों का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है। शवों को अपने साथ ले गए हैं।