ग्रामीण बोले-अंडरपास नहीं बना तो खेत पर कैसे जाएंगे किसान, बर्बाद हो जाएगी खेती
बदायूं। मेरठ से प्रयागराज तक निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे बदायूं जिले से होकर गुजर रहा है। गंगा एक्सप्रेस बनने से बदायूं का तेजी से विकास होगा। लोगों को व्यापार करने और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मगर जिले में कई इलाकों में गंगा एक्सप्रेस-वे लोगों के लिए मुसीबत भी बन सकता है। इसको लेकर आये दिन लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को अंडर पास बनाने की मांग को लेकर कुंवरगांव इलाके के बिहारी गौंटिया गांव के लोगों ने प्रदर्शन किया।
जिले में गंगा एक्सप्रेस-वे तीन तहसीलों बदायूं सदर, बिसौली और दातागंज इलाके में होकर गुजर रजा है। सदर तहसील में बसा ग्राम बिहारी गौंटिया निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे की वजह से दो हिस्सों में बंट जाएगा। ग्रामीणों के मुताबिक गंगा एक्सप्रेस-वे के एक बस्ती हो जाएगी और दूसरी तरफ उनकी जमीन रहेगी। ग्रामीणों को अपनी जमीन तक जाने आने के लिए अंडरपास बनना जरूरी है। रविवार को महंत संतोष मुनि और ग्राम प्रधान धीर सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इकटठे होकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि किसानों को अपनी जमीन पर खेती करने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे के ऊपर से होकर जाना संभव नहीं होगा। इसलिए अंडपास बनना जरूरी है। बगौर अंडरपास बने किसानों की खेती चौपट हो जाएगी। ग्रामीणों के मुताबिक इसको लेकर तहसीलदार से लेकर जिलाधिकारी तक कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई को तैयार नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि खेती के लिए किसानों को रोजाना खेत पर आना जाना पड़ता है। बगैर अंडरपास बने लोग कैसे खेतों पर जाएंगे। अगर अंडरपास नहीं बनाया गया तो ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। इस मौके पर सूरजपाल, राधेश्याम, गंगाराम, चरण सिंह, मोहर सिंह, रामेश्वर दयाल, मुकद्दाम, हंसराज, धरमदास, परमवीर आदि मौजूद रहे।