गंगा में छोड़ा गया 1 लाख बीस हजार क्यूसेक पानी निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा, अलर्ट जारी
बदायूं। पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते अलग अलग बांधों से आज 1 लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।आज छोड़ा गया पानी शुक्रवार दोपहर तक यहां पहुंचेगा जिससे गंगा नदियों में उफान की स्थिति बन सकती है। बाढ़ खंड ने गंगा किनारे वाले इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। विभाग ने एक वार अलर्ट जारी किया है।
पहाड़ों पर कई दिनों से हो रही भारी बरसात के चलते अलग अलग बाधों से गंगा में पानी छोड़ा जा रहा है जिससे जिले में बाढ़ खंड ने सतर्कता बढ़ा दी है। गुरूवार को नरौरा डेम से 13,994 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बिजनौर से 36,757 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जबकि हरिद्वार डेम से 70,578 क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है। तीनों बांधों से छोड़ा गया पानी शुक्रवार दोपहर तक गंगा में पहुंच जाएगा।मानसून की बरसात के समय बांधों से पानी छोड़ा जाता है लेकिन इतनी अधिक संख्या में पानी छोड़े जाने से गंगा नदियों के आस पास बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं।
बाढ़ खंड के अवर अभियंता नेशपाल ने बताया कि इतना अधिक पानी छोडे़ जाने से गंगा में उफान आना तय है और फिर गंगा किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा अभी तक तो पानी डिस्चार्ज होने के बाद धीमी गति से आता था मगर इतना अधिक पानी छोड़े जाने से पानी के बहाव की गति तेज हो जाएगी। बाढ़ खंढ के अधिकारी सुरक्षा चौकियों का जायजा ले रहे हैं। बाधों की निगरानी की जा रही है। कछला गंगा का 162 मीटर पर खतरे का निशान है । इस निशान को गंगा का पानी छू लेता है तो बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। उधर राम गंगा में जलस्तर स्थिर बना हुआ है।
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