आईआईएमटी विवि में पंद्रह दिवसीय साइबर सुरक्षा कार्यशाला का शुभारंभ
-महिला सशक्तिकरण के लिए आईआईएमटी विश्वविद्यालय को मिला सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस सर्टिफिकेट
लोकतंत्र भास्कर
मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के बेसिक साइंस विभाग में हनीवेल तथा आईसीटी के संयुक्त तत्वावधान में पंद्रह दिवसीय साइबर सुरक्षा कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। 2 सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को साइबर सुरक्षा के प्रति सशक्त बनाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीएससी अंतिम वर्ष तथा बीसीए अंतिम वर्ष की 60 छात्राएं प्रतिभाग कर रही हैं।
बेसिक साईंस विभाग के अधिष्ठाता प्रोफेसर डॉ. अतुल कुमार अग्रवाल ने कहा कि सूचना की नई तकनीक विकसित होने के साथ ही साइबर सुरक्षा के संबंध में खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में रोजगार के अनेक अवसर मिल रहे हैं तथा आने वाले समय में यह क्षेत्र युवाओं को बड़े अवसर प्रदान करेगा। आईसीटी अकादमी के रिलेशनशिप मैनेजर सत्येंद्र नारायण ने छात्राओं को संबोधित करते हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को पूरी लगन और मनोयोग से करने की सलाह दी। प्रशिक्षक हर्षित भारद्वाज ने बताया कि इस प्रशिक्षण के उपरांत छात्राएं साइबर सुरक्षा की चुनौतियों का सामना करने के साथ-साथ रोजगार के अनेक अवसर भी प्राप्त कर सकेंगी। इस अवसर पर संस्था ने विश्वविद्यालय को महिला सशक्तिकरण के लिए सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस का प्रमाणपत्र प्रदान किया। कार्यक्रम के आयोजन के लिए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता, प्रति कुलाधिपति डॉ. मयंक अग्रवाल एवं कुलपति डॉ. दीपा शर्मा ने शुभकामनाएं दी।
बेसिक साइंस एवं कंप्यूटर साइंस के विभागाध्यक्ष विकास कुमार एवं रचना चौधरी ने वृक्षायुध देकर सत्येंद्र नारायण तथा हर्षित भारद्वाज को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन बेसिक साइंस विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रेनू अग्रवाल ने किया। समन्वयक डॉ. संघमित्रा शर्मा ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। इस अवसर पर डॉ. नेहा सक्सेना, डॉ. तृप्ति नीर, डॉ. बीके चौहान, डॉ. सोनिया सैनी, शोभित शर्मा आदि मौजूद रहे।